Wednesday, April 29, 2009

देर तक सोना चाहता हूं

पापा मत कहो मुझे कि सुबह हो गई है
मुझे देर तक सोना है
खिड़कियां खोल दो और चले जाओ
मुझे स्कूल की याद मत दिलाओ

हवा आएगी और मेरे कान पकड़ेगी
किरणें बिस्तर में आकर गुदगुदाएंगीं
मैं जाग जाउंगा मां
मुझे दुबका रहने दो

स्कूल की बेल बजे तो खिड़की में किताब रख देना
हवा पढ़ लेगी और मैं सुन लूंगा अपना पाठ
मुझे कोई भी जल्दी मत जगाना
आज मैं देर तक सोए रहना चाहता हूं

2 comments:

MAYUR said...

ये सोना बड़ा सोना होता है , बहुत किस्मत से मिलता है सोना , न जाने मम्मी पापा क्यों bolte है पढना है पढना...

Prity said...

स्कूल की बेल बजे तो खिड़की में किताब रख देना
हवा पढ़ लेगी और मैं सुन लूंगा अपना पाठ... अच्छा लिखा है...शुभकामनाये